गौमाता केंद्रित आवास योजना

Gaumata Kendrit Awas Yojana - Mother Cow Centered Housing Project

English

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गौमाता केंद्रित आवास योजना में विभिन्न खंड

  1. गौ शाला: एक अत्याधुनिक गौ आश्रय, जो हमारी गायों के लिए देखभाल और सुविधाओं से सुसज्जित होगा।
  2. आवास योजना: हमारा आवासीय क्षेत्र सुंदर डिज़ाइन किए गए, पारिस्थितिक अनुकूल घरों की विशेषता होगी, जो प्राकृतिक परिदृश्य में समान रूप से मिल जाते हैं।
  3. कृषि भूमि: हमारी भूमि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा जैविक खेती के लिए समर्पित होगा, जिसमें पारंपरिक और नवीन तकनीकों का उपयोग करके विविध फसलों की खेती की जाएगी।
  4. वन विज्ञान केंद्र: एक वन अनुसंधान केंद्र, जहाँ हम स्थानीय वनस्पतियों और जीव-जन्तुओं के संरक्षण का अध्ययन और प्रचार करेंगे।
  5. गौ ग्राम: एक जीवंत समुदाय केंद्र, जहाँ निवासी एकत्र हो सकते हैं और ज्ञान, कौशल और सांस्कृतिक विरासत को साझा कर सकते हैं।
  6. सर्वज्ञ पाठशाला: एक नवीन स्कूल, जो समग्र शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करेगा, जिसमें पारंपरिक ज्ञान, आधुनिक विज्ञान और व्यावसायिक प्रशिक्षण शामिल होगा।

परियोजना अवलोकन

परियोजना का सार

गाय (गौ माता) को केंद्र में रखते हुए सतत और मूल्य-आधारित जीवन की एक समग्र सामुदायिक अवधारणा

प्रमुख परियोजना विशेषताएं

पहलू विवरण
कुल क्षेत्रफल 100 बीघा (100 बीघा (62 एकड़)
स्थान सहारनपुर, उत्तर प्रदेश
निकटता देहरादून से 31 किलोमीटर हरिद्वार से 45 मिनट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) से 190 किलोमीटर
आवासों की संख्या 100 घर
घर की विशेषताएं प्रति आवास कुल 1,800 वर्ग फुट1,200 वर्ग फुट बागवानी के लिए 600 वर्ग फुट निर्मित क्षेत्र
विशिष्ट बिक्री प्रस्ताव शुभ लाभ सिद्धांत: अधिकतम 25% लाभ मार्जिन

परियोजना दर्शन

मूल मूल्य

  • गौ माता के प्रति श्रद्धा
  • सतत जीवन
  • जैविक और प्राकृतिक जीवनशैली
  • समुदाय-केंद्रित दृष्टिकोण
  • सनातन सांस्कृतिक सिद्धांत

जीवनशैली की सुविधाएं

सामुदायिक सुविधाएं
  • केंद्रीय गौशाला
  • जैविक खेती क्षेत्र
  • मंदिर
  • गुरुकुल (पारंपरिक शिक्षा केंद्र)
  • अतिथि रेस्तरां
  • आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र
  • सामुदायिक पुस्तकालय
  • बैठक स्थल
विशिष्ट विशेषताएं
  • एकसमान घर डिजाइन और रंग
  • 100% शाकाहारी समुदाय
  • कोल्ड प्रेस्ड तेल उत्पादन
  • परमाकल्चर-आधारित कृषि
  • स्थानीय रूप से उगाया गया भोजन
  • पारंपरिक बीज संरक्षण

लक्षित जनसांख्यिकी

आदर्श निवासी

  • मध्यम वर्ग के भारतीय
  • वैकल्पिक रहने के समाधान की तलाश में
  • जिनकी रुचि है:
    • सतत जीवनशैली
    • आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संबंध
    • किफायती दूसरा घर
    • समुदाय-संचालित जीवन

भौगोलिक लक्षित बाजार

  • राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR)
  • मेरठ
  • सहारनपुर
  • देहरादून
  • चंडीगढ़
  • उत्तर भारतीय मध्यम वर्ग की व्यापक आबादी

परियोजना दृष्टि और मिशन

दृष्टि

लाभ-केंद्रित से कल्याण-केंद्रित मॉडल में रियल एस्टेट को क्रांतिकारी बनाना

मिशन

  • किफायती, मूल्य-संचालित आवास प्रदान करना
  • सतत जीवन को बढ़ावा देना
  • सनातन सांस्कृतिक मूल्यों का संरक्षण और प्रसार करना
  • भारत भर में दोहराए जा सकने वाले सामुदायिक जीवन मॉडल बनाना

तकनीकी विवरण

कृषि दृष्टिकोण

  • परमाकल्चर के सिद्धांत
  • जैविक खेती
  • गोबर और गोमूत्र का उपयोग
  • स्थानीय पारंपरिक बीजों की खेती

बुनियादी ढांचा

  • बहु-लेन राजमार्ग कनेक्टिविटी
  • प्रमुख शहरों के निकट
  • आसान सप्ताहांत गंतव्य
  • प्राकृतिक और शांत वातावरण

भविष्य का विस्तार

पायलट परियोजना के लक्ष्य

  • सहारनपुर में सफल कार्यान्वयन
  • दोहराए जा सकने वाले मॉडल का विकास
  • अन्य भारतीय राज्यों में संभावित विस्तार

दीर्घकालिक दृष्टि

  • बहु-स्थानीय गौमाता केंद्रित आवास योजना परियोजनाएं
  • देशव्यापी सामुदायिक जीवन नेटवर्क
  • सतत, मूल्य-संचालित आवास समाधान

कानूनी और नैतिक विचार

मूल्य निर्धारण मॉडल

  • अधिकतम 25% लाभ मार्जिन (शुभ लाभ सिद्धांत)
  • पारदर्शी मूल्य निर्धारण
  • शुद्ध लाभ के बजाय समुदाय कल्याण पर ध्यान

सामुदायिक दिशानिर्देश

  • अनिवार्य शाकाहारी जीवनशैली
  • गौ माता के प्रति सम्मान
  • सतत जीवन के प्रति प्रतिबद्धता
  • सामुदायिक गतिविधियों में भागीदारी

गौमाता के आशीर्वाद से असीम संभावनाएं

🔹 मुख्य सिद्धांत

  1. गाय केंद्र में → दूध, गोबर, गौमूत्र से भोजन, ऊर्जा, औषधि और खेती का आधार।
  2. आत्मनिर्भरता → बिजली, पानी, खाना, गैस सब वहीं से।
  3. प्राकृतिक जीवन → मिट्टी, लकड़ी, पत्थर, घास-फूस के मकान (Earth architecture)।
  4. सामूहिक जीवन → निजी कॉटेज + साझा सुविधाएँ।

🔹 ज़मीन का उपयोग (मान लीजिए 100 बीघा)

  1. गौशाला (10 बीघा)
    • केंद्रीय गोशाला (500–1000 गायों की क्षमता)।
    • गोबर से बायोगैस प्लांट (रसोई गैस + बिजली)।
    • गोबर-गौमूत्र आधारित जैविक खाद और औषधि निर्माण।
  2. खेती (75 बीघा)
    • अनाज, फल, सब्जी, औषधीय पौधे।
    • परमा कल्चर / ऑर्गेनिक खेती।
    • वर्षा जल संरक्षण हेतु तालाब, चेक डैम।
  3. आवास + कॉटेज (10–12 बीघा)
    • मिट्टी/कच्ची ईंट + लकड़ी के घर।
    • हर कॉटेज में छोटा किचन गार्डन।
    • कॉमन सुविधाएँ: स्कूल, गुरुकुल, मंदिर, सभा भवन।
  4. साझा सुविधाएँ (3–5 बीघा)
    • केंद्रीय रसोई (गौशाला आधारित बायोगैस/लकड़ी चूल्हा)।
    • छोटा आयुर्वेदिक अस्पताल (पंचकर्म, गौ-औषधि)।
    • स्टोरेज + कोल्ड स्टोरेज (सोलर पावर्ड)।
    • सुरक्षा व्यवस्था (फेंसिंग, CCTV, गार्ड टॉवर)।

🔹 ऊर्जा एवं संसाधन

  1. बिजली – 100% सोलर + बायोगैस जनरेटर।
  2. पानी
    • हर मकान से वर्षा जल संचयन।
    • तालाब + बोरवेल रिचार्ज।
    • ड्रिप इरिगेशन।
  3. कचरा प्रबंधन
    • वेस्ट = खाद + ऊर्जा (Zero Waste Village)।

🔹 सामाजिक व सांस्कृतिक पक्ष

  1. गुरुकुल – बच्चों को वेद, योग, खेती, आयुर्वेद, गोपालन शिक्षा।
  2. मंदिर + ध्यान केंद्र – आध्यात्मिक माहौल।
  3. सामुदायिक जीवन
    • साप्ताहिक हवन/सत्संग।
    • सामूहिक सेवा (गो सेवा, खेती, शिक्षा)।

🔹 आय के स्रोत (Self-Sustainable Economy)

  1. ऑर्गेनिक फल-सब्जी की बिक्री।
  2. गौ आधारित उत्पाद – घी, पनीर, जैविक खाद, दवाई।
  3. आवास/इको-टूरिज्म
    • लोग बुकिंग पर यहाँ रहकर नेचर लाइफ अनुभव कर सकें।
    • योग/आयुर्वेद/डिटॉक्स कैंप।
  4. हस्तशिल्प/ग्रामीण उद्योग (हाथ करघा, लकड़ी-बाँस के सामान)।

🔹 सुरक्षा व संगठन

  1. चारों ओर ग्रीन फेंसिंग (नीम, बांस, बेर की झाड़ियाँ)।
  2. आंतरिक सुरक्षा दल (स्थानीय लोग + CCTV)।
  3. आचार संहिता – शराब, नशा, प्लास्टिक पर पूरी तरह प्रतिबंध।

🔹 आधुनिक समाज के लिए एक आदर्श स्वदेशी मॉडल - गो ग्राम / गौ केंद्रित इको विलेज

  • ✅ सोलर कोल्ड स्टोरेज – फल-सब्जी लंबे समय तक रखने के लिए।
  • ✅ मिनी मिल / प्रोसेसिंग यूनिट – आटा, तेल, दाल गांव में ही बने।
  • ✅ इको-फ्रेंडली टॉयलेट्स – गोबर से बने बायो-टॉयलेट।
  • ✅ नेचुरल क्लिनिक – गौ-आधारित औषधि + आयुर्वेद।
  • ✅ डिजिटल नेटवर्क – ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम + प्रचार।
  • ✅ सोलर कोल्ड स्टोरेज – फल-सब्जी लंबे समय तक रखने के लिए।
  • ✅ मिनी मिल / प्रोसेसिंग यूनिट – आटा, तेल, दाल गांव में ही बने।
  • ✅ इको-फ्रेंडली टॉयलेट्स – गोबर से बने बायो-टॉयलेट।
  • ✅ नेचुरल क्लिनिक – गौ-आधारित औषधि + आयुर्वेद।
  • ✅ डिजिटल नेटवर्क – ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम + प्रचार।

स्थान लिंक

गौधाम स्थित परियोजना कार्यालय तक पहुँचने का मानचित्र

संपर्क करें

गौमाता केंद्रित आवास योजना
श्री गौधाम पाँचवा धाम
शिवालिक फार्म, खसरा नंबर 12/2, गणेशपुर, तहसील बेहट, सहरानपुर, उत्तर प्रदेश, भारत